Monday, November 09, 2015

                          भारत और नेपाल के संबंध 

कल NDTV को दिए गए एक साक्षात्कार में अरुण शौरी ने यह खुलासा किया कि भारत नेपाल में मधेशियों के मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र संघ में ले गया है. उन्होंने यह भी कहा कि इससे भारत और नेपाल के बीच के सम्बन्ध ख़राब हो सकते हैं. देखा जाय तो यह कूटनीतिक दृष्टि से सही फैसला नहीं है क्योंकि नेपाल से बातचीत का रास्ता ही बेहतर था. प्रचंड और नेपाल के अन्य नेता बातचीत के लिए तैयार ही थे. अब यदि नेपाल चीन की  ओर उन्मुख होगा तो कोई विकल्प नहीं बचेगा. सुनायी दे रहा है कि चीन अब नेपाल कि मदद करने को तैयार है और नेपाल के लिए रास्ता मांग रहा है. यदि ऐसा होता है तो नेपाल से जुड़े क्षेत्र खतरे कि छाया में आ जायेंगे. दोनों देशों के बीच के तनाव को दूर करने के राजनीतिक प्रयास तुरंत प्रारंभ किये जाने चाहिए.

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