कश्मीर पर साहित्य
कश्मीर से पोस्ट कार्ड/ कविता / आगा शाहिद अली
[आगा शाहिद अली कश्मीर से निकले अंग्रेजी के कवि थे जिन्होंने अंग्रेजी साहित्य में ग़जल जैसी विधा को प्रस्तुत किया. आतंकवाद के दौर में वे कश्मीर से बाहर अमेरिका में रहे. २००१ में उनका निधन हुआ. उनकी यह प्रसिद्ध कविता कम शब्दों में कश्मीर से जुड़े उनके मनोभावों को व्यक्त करती है. यह कविता उनकी Postcard from Kashmir शीर्षक कविता का हिंदी अनुवाद है.]

कश्मीर मेरी पत्रपेटिका में सिमट गया है
लगभग चार गुणे छह इंच का मेरा घर
मुझे हमेशा सफाई पसंद थी, और अब
मेरे हाथ में है आधे इंच का हिमालय .
यह मेरा घर है. घर से इतना करीब
अब फिर कभी नहीं हो पाउँगा मैं .
जब मैं लौटूंगा रंग इतने चटख नहीं होंगे
झेलम का पानी इतना साफ़
इतना नीला . मेरा प्रेम
इतना निराच्छादित
और मेरी स्मृति थोडा
विकेन्द्रित होगी. और इसमें
एक महाकाय निगेटिव, काली
और सफ़ेद, फोटो बनने से पहले.
कश्मीर से पोस्ट कार्ड/ कविता / आगा शाहिद अली
[आगा शाहिद अली कश्मीर से निकले अंग्रेजी के कवि थे जिन्होंने अंग्रेजी साहित्य में ग़जल जैसी विधा को प्रस्तुत किया. आतंकवाद के दौर में वे कश्मीर से बाहर अमेरिका में रहे. २००१ में उनका निधन हुआ. उनकी यह प्रसिद्ध कविता कम शब्दों में कश्मीर से जुड़े उनके मनोभावों को व्यक्त करती है. यह कविता उनकी Postcard from Kashmir शीर्षक कविता का हिंदी अनुवाद है.]

कश्मीर से पोस्टकार्ड
कश्मीर मेरी पत्रपेटिका में सिमट गया है
लगभग चार गुणे छह इंच का मेरा घर
मुझे हमेशा सफाई पसंद थी, और अब
मेरे हाथ में है आधे इंच का हिमालय .
यह मेरा घर है. घर से इतना करीब
अब फिर कभी नहीं हो पाउँगा मैं .
जब मैं लौटूंगा रंग इतने चटख नहीं होंगे
झेलम का पानी इतना साफ़
इतना नीला . मेरा प्रेम
इतना निराच्छादित
और मेरी स्मृति थोडा
विकेन्द्रित होगी. और इसमें
एक महाकाय निगेटिव, काली
और सफ़ेद, फोटो बनने से पहले.
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